आप क्या जाने...........

टूटेहुए दिलसे आवाज आती है 
तनहाई में आसुंओ की बरसात होती है 
आप क्या जाने .....मौत क्या होती है ?
हमारी तो आखरी साँस भी 
आपके लिए जीती है 

सिमटेहुए  लम्होसे यादें छुट जाती है 
हमारी हसी भी हमसे रूठ जाती है 
आपको छूकर आयी  हवासे अक्सर 
हमारी नींद टूट जाती है 

झुकीहुई पलाकोमे बेकरारी नहीं होती 
हर एक ग़ज़ल प्यारी नहीं होती 
आप क्या जाने .....महफ़िल क्या होती है 
जो अपनोंके बिना पूरी नहीं होती 

आप क्या जाने 
     बेवफाई किसे कहते है 
आप क्या जाने 
     तकलीफ  किसे कहते है 
आहट भी नहीं इनकी 
     पहुचेगी आपतक 
क्योंकि 
    आप तो हमारे दिल में रहते है 


1 comment:

Thank you for your comment :)